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ब्लैक मंडे 2025: निफ्टी 50 में ऐतिहासिक गिरावट, निवेशकों को ₹19.4 लाख करोड़ का झटका

ब्लैक मंडे 2025: निफ्टी 50 में ऐतिहासिक गिरावट, निवेशकों को ₹19.4 लाख करोड़ का झटका :

Nifty 50 क्या है? पूरी जानकारी सरल हिंदी में

आज के समय में लोग निवेश (Investment) और शेयर मार्केट (Stock Market) को लेकर पहले से ज़्यादा जागरूक हो चुके हैं। ऐसे में “Nifty 50” का नाम आपने जरूर सुना होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि Nifty 50 आखिर है क्या?, ये कैसे काम करता है और इसमें निवेश करने के फायदे क्या हैं?

इस ब्लॉग में हम आपको Nifty 50 से जुड़ी हर जरूरी जानकारी सरल हिंदी में देंगे।

 Nifty 50 क्या है?

Nifty 50 भारत के सबसे प्रमुख स्टॉक इंडेक्स (Stock Index) में से एक है, जिसे NSE (National Stock Exchange) द्वारा तैयार किया गया है। इसमें भारत की 50 सबसे बड़ी और मजबूत कंपनियों को शामिल किया गया है जो अलग-अलग सेक्टर्स से आती हैं जैसे कि बैंकिंग, आईटी, फार्मा, एफएमसीजी आदि।

 आसान भाषा में कहें तो, Nifty 50 एक ऐसा सूचकांक (Index) है जो भारतीय अर्थव्यवस्था के टॉप 50 कंपनियों के प्रदर्शन को दर्शाता है।

 Nifty 50 कैसे काम करता है?

 Nifty 50 में निवेश क्यों करें?

  1. कम रिस्क – चूंकि इसमें टॉप 50 कंपनियाँ होती हैं, जोखिम थोड़ा कम होता है।

  2. डायवर्सिफिकेशन – अलग-अलग सेक्टर्स की कंपनियाँ होने से निवेश फैला हुआ होता है।

  3. लंबी अवधि का फायदा – Nifty 50 ने लंबे समय में अच्छा रिटर्न दिया है।

  4. ट्रैकिंग आसान – मार्केट के मूवमेंट को समझने के लिए Nifty 50 को देखना काफी होता है।

 Nifty 50 में कैसे निवेश करें?

आप Nifty 50 में इन तरीकों से निवेश कर सकते हैं:

 Nifty 50 में शामिल कुछ प्रमुख कंपनियाँ (2025 तक):

(यह लिस्ट समय के साथ बदल सकती है)

nifty 50 today live

आज, 7 अप्रैल 2025, भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई, जिसे ‘ब्लैक मंडे’ कहा जा रहा है। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में यह गिरावट मुख्यतः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा विदेशी आयात पर नए टैरिफ लगाने और चीन की जवाबी कार्रवाइयों के कारण हुई है, जिससे वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका बढ़ गई है।

सेंसेक्स 2,226.79 अंक (2.95%) की गिरावट के साथ 73,137.90 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 742.85 अंक (3.24%) की गिरावट के साथ 22,161.60 पर बंद हुआ। यह पिछले 10 महीनों में सबसे बड़ी एकदिनी गिरावट है।

सभी सेक्टोरल इंडेक्स में गिरावट दर्ज की गई, विशेष रूप से मेटल और आईटी सेक्टर में। निफ्टी मेटल इंडेक्स 6.75% नीचे रहा।

इस गिरावट से निवेशकों को लगभग 19.4 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी टैरिफ और चीन की जवाबी कार्रवाइयों से वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंका बढ़ी है, जिससे निवेशकों में भय का माहौल है।

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